उजाड़ दे मेरे दिल की दुनियां,
सुकून को मेरे तबाह करदे.
तबाह करना अगर है मुज़को,
नकाब उठा और तबाह करदे.
क्या मुझसे मेरी मोहबत का गम पूछ रहा है,
तूही तो मेरे इश्क़ की दुनियां का खुदा है.
मुझ पे इलज़ाम लगती लगाए दुनियां,
मैंने तो तुजे अपना खुदा मान लिया है.
मेरे मिटने का उनको इंतज़ार तो है,
आज तक भी न की वफ़ा मुझसे,
फिर भी ज़ाने तेरा भ्रम कियु है.
चमन की बहारों में था आशियाना,
और खुदा जाने,
ये क्या हो गया है जमाना.
कियोकि मुझे अपने पर्दे का गम है तो इतना,
के तुम्हे बेवफा कहे रहा है जमाना.
I
MISS
U